अहसास हुआ मुझे, कि तराश दिया इस तूफ़ान ने और बना दिया इक नयी उड़ान के काबिल। अहसास हुआ मुझे, कि तराश दिया इस तूफ़ान ने और बना दिया इक नयी उड़ान के काबिल।
मैं वेदना की गहराई लिखता हूँ...। मैं वेदना की गहराई लिखता हूँ...।
बढ़ा कदम न पीछे हट तू साहस का चमत्कार रच। बढ़ा कदम न पीछे हट तू साहस का चमत्कार रच।
मैं लेके कलम ओर दवात, जज्बात लिखता हूँ। मैं लेके कलम ओर दवात, जज्बात लिखता हूँ।
एक तिरंगा वो भी है, एक तिरंगा तुम हो जो उसमें लिपटकर गर्व से खुद में जीते हो तुम। एक तिरंगा वो भी है, एक तिरंगा तुम हो जो उसमें लिपटकर गर्व से खुद में जीते हो...
फिर से चलना शुरु कर, 'तेरी मंजिल की ओर। फिर से चलना शुरु कर, 'तेरी मंजिल की ओर।